तुम भाव मेरे – एक भावपूर्ण हिंदी प्रेम कविता
- अर्चना श्रीवास्तव
- 5 अप्रैल
- 1 मिनट पठन

तुम भाव मेरे
मैं शब्द तुम्हारी।
तुम हिम्मत मेरे
मै कर्म तुम्हारी।
तुम रास्ते मेरे
मैं हमसफर तुम्हारी ।
तुम धर्म मेरे
मै आस्था तुम्हारी ।
तुम मंजिल मेरे
मै राही तुम्हारी ।
तुम पुष्प मेरे
मै खुशबू तुम्हारी ।
तुम जीवन मेरे
मैं सांस तुम्हारी ।
तुम पर्वत मेरे
मैं नदी तुम्हारी ।
तुम रूप मेरे
मैं आईना तुम्हारी ।
तुम तरूवर मेरे
मैं छाया तुम्हारी ।
तुम आत्मा मेरे
मैं शरीर तुम्हारी ।
तुम भाव मेरे
मैं शब्द तुम्हारी ।
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